मध्य प्रदेश के सभी कर्मचारियों को नियमित किया जाए : समाजसेवी रामबिहारी गोस्वामी
विधायक सांसदों की तरह कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन की जाए बहाल
सचिन कुमार मिश्रा ,पंन्ना
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के समाजसेवी पन्ना विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार राम बिहारी गोस्वामी ने कहा कि मध्य प्रदेश के सभी कोरोना काल में कार्य करने वाले कर्मचारियों को नियमित कर्मचारी किया जाए। इसके साथ ही जो मध्यप्रदेश में विगत 15 वर्षों से दैनिक वेतन एवं अल्प वेतन में कार्य कर रहे मजदूर है उन्हें भी नियमित करने का आदेश शीघ्र मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी किया जाए। समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी ने यह भी कहा कि जब प्रदेश और देश के सांसद एवं विधायकों की पेंशन बहाल है ऐसी परिस्थितियों में मध्यप्रदेश में कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन बहाल की जाए। समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी ने मध्य प्रदेश के सभी नागरिकों से यह भी अपील करते हुए कहा है कि सभी कर्मचारियों को नियमित एवं पुरानी पेंशन तभी बहाल होगी जब आपके जीते हुए स्थानीय विधायक और मंत्री मध्य प्रदेश शासन के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के समक्ष यह बात बार-बार रखेंगे। क्योंकि गरीब और मध्यम परिवार के बच्चों के रोजगार को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को कोई लेना देना नहीं है। यह तो हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वह अपने वेतन और भत्ते को जिस तरह से बढ़ाते हैं इसी प्रकार से उनको जिताने वाली जनता के हक की भी बात रखनी चाहिये।
समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी ने कहा कि मध्यप्रदेश में हजारों की तादात में कोरोना काल में अपने जीवन को दांव में लगाकर बेरोजगार युवक-युवतियों ने दिन-रात ₹5000 से लेकर ₹10000 में परिश्रम किया है और लोगों को जीवन बचाया है। ऐसी परिस्थितियों में सभी कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग में नियमित किया जाए। इसके साथ ही जो विगत 15 वर्षों से नगर निगम नगर पालिका में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्य कर रहे हैं और उन्हें कलेक्टर दर वेतनमान दिया जा रहा है उनको भी नियमित करने के आदेश जारी किए जाये। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में जो ठेका पद्धति सपोर्ट स्टाफ के माध्यम से भर्ती की जा रही हैं यह पद्धति शीघ्र समाप्त कर सभी को नियमित कर्मचारी के रूप में भर्ती करने की प्रक्रिया पूर्व की तरह लागू की जाए। पन्ना विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी ने मध्य प्रदेश के सभी जागरूक लोगों से अपील करते हुए कहा है कि इस विषय को लेकर अपने अपने क्षेत्र के विधायकों और मंत्रियों तक बात को जरूर पहुंचाएं। प्रदेश के युवाओं को नौकरी मिल सके और उन्हें काम के बदले दाम प्राप्त हो सके। श्री गोस्वामी ने कहा कि मध्यप्रदेश में विगत 15 वर्षों से शिक्षा स्वास्थ्य विभाग में नियमित कर्मचारियों की भर्ती नहीं हुई है। इसकी जगह पर भाजपा के दलाल एजेंटों को नियुक्त करके ठेका पद्धति से कर्मचारियों को रखा जा रहा है। जो कि प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा है। श्री गोस्वामी ने कहा कि यदि यही हालात बने रहे तो निश्चित रूप से आगे आने वाले समय में सिर्फ विधायक और सांसदों के घरों में पेट भर भोजन हो पाएगा गरीब और मध्यम परिवार के लोग बेरोजगारी और भुखमरी से आपस में लड़ मरेंगे। समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी ने यह भी कहा कि जिस तरह से विधायकों को और सांसदों को 1 दिन का विधायक बनने पर पेंशन दी जाती है इसी तरह से सभी शासकीय कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन बहाल की जाए।