डॉ.हीरालाल राय के समाधि स्थल को तोड़ कर दी प्लाटिंग, जिले को देश-दुनिया मे पहचान दिलाने वाले इतिहासकारों में थे सुमार, एसडीएम न्यायालय ने दिए स्थगन के आदेश ।

राहुल उपाध्याय कटनी। इतिहास के पन्नो में इतिहासकार डॉ. हीरालाल राय का नाम बड़े ही आदर और उनके कृतित्व को आज भी याद किया जाता है। उन्होंने बारडोली की इस धरा को देश-दुनिया में एक नई पहचान दिलाई थी। शिक्षाविद, पुरात्वविद, इतिहासकार डॉ. हीरालाल राय का समाधि स्थल को तोड़ कर प्लाटिंग किए जाने मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। मामले में दायर परिवाद पर सुनवाई करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी न्यायालय ने समाड़ी स्थल पर हो रहे निर्माण कार्य पर स्थगन आदेश 3 नवंबर कर आगामी आदेश आने तक कार्य बंद रखने कहा गया है। जारी किए गए स्थगन आदेश में अनावेदिका निवासी सत्यनारायण मंदिर के पीछे श्रीमति वीना पत्नी अरुण बजाज कटनी को निर्देशित किया गया है कि राजीव गांधी वार्ड स्थित भूमि खसरा नंबर-1414 पर हो रहे निर्माण कार्य आगामी आदेश तक बंद कर दिया जाए। इसी माह न्यायालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष प्रस्तुत करें। अनुपस्थिति की स्थिति में एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी। -डॉ. राय द्वारा संग्रहित 700 वस्तुए ब्रिटिश म्यूजियम में है सुरक्षित समाज के लोगो ने बताया कि डॉ. हीरालाल राय का नाम उन चुनिंदा लोगों में शामिल है जो इतिहास के सुनहरे पन्नो में आज भी अमर है। उनके द्वारा संग्रहित और उपयोग की लगभग 700 वस्तुए ब्रिटिश म्यूजियम संजो कर रखी गई है। मदन मोहन मालवीय ने काशी विश्वविद्यालय में विभाग प्रमुख के लिए डॉ. राय को आमंत्रित किया था। वही नागपुर विश्वविद्यालय में कुलपति के लिए भी आमंत्रित किए गए थे। नागपुर पुरातत्व संग्राहालय का नामकरण उनके सम्मान में डॉ. हीरालाल संग्राहलय रखा गया है। जबलपुर पुरातत्व संग्रहालय में हीरालाल आर्ट गैलरी वही भोपाल स्थित पुरातत्व संग्रहालय में हीरालाल अतिरिक्त कक्ष का बाम डॉक्टर राय के नाम से ही है। केंद्र द्वारा डाक टिकट भी इनके सम्मान में जारी किया गया था। इन्होंने नागरी प्रचारणी सभा के अध्यक्ष पद पर रह कर कार्य किया। – गौरवशाली स्थल के साथ खिलवाड़ जानकारी के अनुसार न्यायालय में राजेन्द सिंह व गजेन्द्र रॉय द्वारा आवेदन पेश किया गया था। न्यायालय से जारी स्थगन पत्र में लिखा गया है कि रबर फैक्टी रोड राजीव गांधी वार्ड स्थित पुरातत्वविद इतिहास, ब्रिटिश कालीन / डिप्टी कमिश्नर के साथ परिवार के अन्य व्यक्तियों की समाधि सैकड़ो वर्ष पूर्व से है। यह एक धरोहर है। इस भूमि पर अवैध रूप से प्लाटिंग कर इस भूमि का स्वरूप बिगाड़ा जा रहा है। इस अवैध निर्माण से कल्चुरी समाज मे बहुत रोष है।

डॉ.हीरालाल राय के समाधि स्थल को तोड़ कर दी प्लाटिंग, जिले को देश-दुनिया मे पहचान दिलाने वाले इतिहासकारों में थे सुमार, एसडीएम न्यायालय ने दिए स्थगन के आदेश

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