गायों के साथ ही अन्य सभी जरूरतमंद पशुओं की करते है सेवा।
गायों के अलावा अन्य सभी जरूरतमंद पशुओं की करते हैं सेवा
संवाददाता जितेंद्र राठौर
दमोह– नोहटा में विगत 3 वर्षों से गौ सेवक राजू रजक निस्वार्थ भाव से पशुओं की सेवा में जुटे है। मुख्य बात यह है कि राजू रजक गौ सेवा के लिए किसी से कोई आर्थिक सहयोग नहीं लेते, और यही कारण है कि आज गौ सेवक राजू रजक आम लोगों में भी अपनी अलग पहचान बना चुकी है। नगर में मवेशियों से जुड़े तमाम मामले सामने आते रहते हैं। कभी सड़क पर एक्सीडेंट तो कभी आवारा कुत्तों के आतंक से पशुओं को मौत के घाट उतार दिया जाता है। गौ सेवक राजू रजक ने बताया कि, हम एवं मेरे सहयोगी राम सिंह, द्वारा घायल पशुओं का इलाज खुद के निजी खर्च से किया जाता है। इमरजेंसी होने पर पशु चिकित्सालय नोहटा के डॉक्टरों की मदद भी ले ली जाती है। अधिकांश मामले सड़क दुर्घटना से जुड़े होते हैं सड़क दुर्घटना में घायल पशुओं को निस्वार्थ भाव से उपचार किया जाता है, और उन्हें चारा पानी की व्यवस्था की जाती है।
- पशु पालकों की रहती है लापरवाही,गौ सेवक राजू रजक
बताया कि पशुपालकों द्वारा मवेशियों को आवारा छोड़ दिया जाता है, जिसके बाद वह पशु नगर के चौक चौराहों एवं सड़कों पर अपना कब्जा जमा लेते हैं। और वाहन की चपेट में आ जाते हैं, जिससे सड़क दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, अधिकांश देखा जाता है कि, गाय जब तक दूध नहीं देती तब तक उसे आवारा छोड़ दिया जाता है, और गाय दूध देने लगती है तो वह अपना हक जताने लगते है और जिम्मेदारी पूर्वक अपना लेते हैं, बीते दिनों अज्ञात गाय ने बछड़े को जन्म दिया जिसकी सेवा राजू रजक द्वारा की जा रही है। राजू रजक का कहना है कि प्रशासन द्वारा इस पर कोई निर्णय लिया जाना चाहिए ताकि पशुपालक पशुओं को आवारा ना छोड़े, और जिम्मेदारी पूर्वक अपने पशुओं का ख्याल रखें जिससे पशु सड़क दुर्घटना का शिकार होने से भी बच सकते हैं।