कलेक्टर कार्यालय के पास शासन से अपनी मांगों को लेकर नर्सेस स्टाफ का अनिश्चितकालीन हड़ताल।

सत्येंद्र सिंह चौहान की रिपोर्ट
शहडोल
*ननर्सेस एसोसिएशन द्वारा कई बार शासन व प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से नर्सेस की लंबित मांगों को लेकर समय-समय पर अवगत आ रहा है आज दिनांक तक नर्स की मांगों को विचार नहीं किया गया वर्तमान में पूरा देश इस बात को मान चुका है कि इस कोविड-19 के महामारी में जो सबसे ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में उभर कर सामने आया है वह हमारी नर्सेस हैं अपनी जान की परवाह न करते हुए उन्होंने देश पर आए इस संकट की घड़ी में अपना पूरा योगदान दिया है कई संगठनों ने हमारी नर्सेस बहनों को पैर छूकर सम्मानित किया है किसी ने श्रीफल और साल से सम्मानित किया है इन सभी संगठनों का हम तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं और नर्सेस की कोविड-19 में पूर्ण समर्थन के साथ अपना दायित्व पूरी ईमानदारी से निभाने के चलते हमारे प्रिय माननीय मुख्यमंत्री जी स्वास्थ्य मंत्री जी चिकित्सा शिक्षा एवं सभी प्रशासनिक अधिकारियों से यह अपेक्षा रहती है कि नर्सेज की मांगों को एक मंच पर लाकर उनका निराकरण करने की कृपा करें
*नर्सेस स्टाफ की मांगी*
1.उच्च स्तरीय वेतनमान सेकंड ग्रेड अन्य राज्यों की तरह मध्य प्रदेश में कार्यरत समस्त नर्सेस को दिया जाए । 2.पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। 3. काल में शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ को या परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देने के साथ 15 अगस्त को राष्ट्रीय कोरोना योद्धा से सम्मानित किया जाए करोना काल में शासन स्तर पर जितनी भी घोषणा की गई है उन पर अमल नहीं किया गया।
4.कोविड-19 में नर्सेस को सम्मानित करते हुए अग्रिम दो वेतन वृद्धि लाभ उनकी सैलरी में लगाया जाए
5.2018 के आदेश भर्ती नियमों में संशोधन करते हुए 70% 80% एवं 90% का नियम किया जाए एवं प्रतिनियुक्त समापन कर स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू की जाए ।
शहडोल से जिला ब्यूरो चीफ सत्येन्द्र सिंह चौहान की रिपोर्ट
