बंडा में एस डी एम शशि मिश्रा के खिलाप जमकर नारेबाजी, जन समस्याओं के निराकरण में नही है रुचि।

आशीष जैन सागर / अतुल विश्वकर्मा बंडा। मंगलवार को नगर परिषद द्वारा बंडा नगर के लिए हो रही दूषित पानी की सफ्लाई एवं 3 से पांच दिन में नल खोले जाने के विरोध में नगर के रहवासी बंडा एसडीएम को ज्ञापन देने के लिए पहुँचे ज्ञापन के पूर्व बरा चौराहा से बिना नारा बाज़ी किये पैदल कचहरी पहुचे। जहाँ एस डी एम के ना मिलने पर और इंतज़ार करने के बाद भी एस डी एम के न पहुँचने पर लोगो ने जमकर नारे बाज़ी की। और देर तक इन्जार करते रहे। इसके बाद एस डी एम ज्ञापन लेने के लिए आई। जहां एडवोकेट हरिओम स्वरूप चतुर्वेदी और एस डी एम के बीच बहस हो गई। जिसके बाद एस डी एम बिना ज्ञापन लिए ही अपने चेम्बर में चली गई। लोगों ने एस डी एम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सीएमओ ज्योति सुनेरे एस डी एम के मनाने पहुँची। और एस डी एम ने ज्ञापन लिया।बता दे कि इस समय नगर परिषद द्वारा नलों के माध्यम से जो पानी की सफ्लाई की जा रही है वह पानी दूषित है और पीलापन लिए हुए हैं। बंडा नगर में छोटे छोटे बच्चे बीमार भी हो रहे है। प्रतिदिन उल्टी दस्त के औसतन दस मरीज अपना इलाज कराने अस्पताल पहुँच रहे हैं।पेय जल के नियमित प्रदाय एवं साफ शुद्ध जल की सप्लाई के लिए दिए गए ज्ञापन में लेख है कि
बण्डा नगर परिषद द्वारा अपनी परम्परा अनुसार नियमित अशुद्ध पीले पानी की सप्लाई की जा रही है। पानी बेबस नदी में होने के बाबजूद भी अदृश्य पानी का संकट खडा किये जाने का मिथ्या प्रयास किया जा रहा है जल साफ करने के पर्याप्त संसाधन होने के बाबजूद भी जल साफ न वितरित कर सीधे ही प्रदाय किया जा रहा है।
अतः प्रशासन को इस शिकायती ज्ञापन द्वारा सचेत किया जाता है, कि
जल की नियमित सप्लाई किया जाना सुनिश्चित किया जाए। साफ स्वच्छ जल प्रदाय किये जाये की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाये ।
अन्यथा कि स्थिति में हम सभी नगर के लोगो को विवश कर जल नहीं तो कर नहीं सविनय अवज्ञा आंदोलन करने पर मजबूर होना पडेगा।
