आपदा में अवसर तलाशने का कुछ अलग ही रंग दिखा रहा है – अग्निवेश
भूमिका भास्कर प्रतिनिधि जयदेव विश्वकर्मा 9584995363
सतना।।रामा कृष्णा ग्रुप करही सतना के प्राचार्य अग्निवेश जी ने कहा कि जिस प्रकार से कोविड 19 की दूसरी लहर हमारे पूरे देश ने तांडव मचा रहा है, जिसमें कई लोगो की जान जा चुकी है। देश के कुछ युवाओं ने जरूरत मन्दों को दवाई, ऑक्सीजन , बेड की जरूरत घर बैठे करवा रहे। शिक्षा के क्षेत्र में इस आपदा में भी देश के भविष्य पिछले साल से सवार रहे है। देश के प्रधानमंत्री जी द्वारा सबके मनोबल बढ़ाने के लिए कहा गया वाक्य ” आपदा में अवसर” तलाशे कुछ अलग ही रंग दिखा रहा है। जैसे जैसे देश खुद को मजबूत बना रहा है वैसे वैसे कुछ लोग इस आपदा के द्वारान खुद को विश्व के सबसे अमीर लोगो की गिनती में आने की होड़ मची हुई है , लगता है अडानी, अम्बानी, टाटा बिरला तो कही दिखेंगे ही नही। जी मैं बात कर रहा हूँ कालाबाज़ारी की जिस प्रकार इंजेक्शन, ऑक्सीजन सिलिंडर, हॉस्पिटल में बेड हो रही है, उससे लोग ज्यादा डरे हुए है । लोगों के अंदर एक भय व्याप्त है कि यदि वो बीमार बड़े या कोविड हुआ तो उन्हें जरूरी सुविधाएं भी नही मिलेगी। और अस्पतालों में तो जिस प्रकार लूट जारी है उसका कोई शामी नही, मरे लोगो को भी जिंदा बताकर दवाई और हॉस्पिटल के बिल बढ़ाये जा रहे है। यदि आप सरकारी अस्पताल में एडमिट है तो ठीक है और गलती से प्राइवेट में चले गए तो समझ लीजिए कैंसर से भी ज्यादा पैसे ओके जेब मे होने चाहिए क्योंकि उनके कुछ लोगो के लिए यह आपदा नही अवसर है|औऱ तो और बड़े बड़े संस्थान अपने कर्मचारियों के इस आपदा में भी घर मे होने और काम होने के कारण सैलरी नही दे रहे या नौकरी से निकाल दे रहे, क्योंकि उन्हें भी फण्ड सेविंग का अवसर मिला है। उन्हें इससे क्या फर्क पड़ेगा यदि उनका कोई भी कर्मचारी बीमार पड़ जाए या उसके परिवार में तो सोचिए उसका घर कैसे चलेगा उसको हिम्मत कहां से मिलेगी। सरकार भी सभी वो रास्ते मुक्कमल करने लगी थी और है जिससे उनका वोट बैंक बना रहे। हालात जो है किसी से छुपे नही है। लेकिन यह कहना अतिश्योक्ति नही है कि स्थिति तो खराब है ही परन्तु ऐसे लोग बहुत बुरा बना रहे है। यहां आपदा में हर सक्षम व्यक्ति अवसर तलाश रहा। वही समाज के एक वर्ग इस आपदा में मजबूर होकर हताश हो कर घर मे डरा सहमा है।