जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारियों की 9 दिन से हड़ताल जारी, किसान, मजदूर हो रहे परेशान।
सचिन कुमार मिश्रा, पन्ना
प्रदेश सरकार और प्रदेश के जिम्मेदार अधिकारी कुंभकरण निंद्रा में
9 दिन से अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल से बैंक खाते में पैसा होने के बाद भी किसानों को लेना पड़ रहा है कर्ज
मध्य प्रदेश सहकारिता विभाग के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक एवं क्षेत्रीय सहकारी समितियों के बैंक कर्मचारी सातवां वेतनमान की मांग को लेकर विगत कई वर्षों से प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित करा रहे थे। मगर प्रदेश की सरकार कुंभकरण निद्रा में सो रहे थे। और कर्मचारियों की मांग को लगातार नजरअंदाज कर रहे थे। जिसकी वजह से मध्य प्रदेश के सहकारिता विभाग के बैंक कर्मचारी दिनांक 1 जुलाई 2021 से अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल पर चले गए हैं। जिसकी वजह से प्रदेश के किसान मजदूर और बैंक उपभोक्ता अपनी ही रकम निकालने के लिए दर-दर की ठोकरें खाते फिर रहे हैं। बैंक कर्मचारियों की हड़ताल पर जाने के बाद भी जिले के कलेक्टरों द्वारा अभी तक कोई पैसों की निकासी के संबंध में व्यवस्था नहीं की गई है। जिसकी वजह से मध्य प्रदेश के किसानों कि बेटा बेटियों के शादी विवाह के लिए जो जोड़कर रकम जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के खातों में रखी गई थी वह रकम उन्हें समय पर नहीं मिल पा रही है। जिसकी वजह से किसानों के खातों में रकम होने के बाद भी उन्हें साहूकारों के यहां पर अपनी जमीन गिरवी रखकर ब्याज में कर्ज लेना पड़ रहा है। किसानों की और मजदूरों की समस्या को लेकर ना तो मध्य प्रदेश के किसी विधायक और मंत्री द्वारा इस विषय पर अभी तक आवाज उठाई गई है और ना ही उनकी समस्या का निराकरण कराया गया है। जबकि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक एवं सहकारी समितियों के कर्मचारियों की मांग एक सूत्रीय सातवां वेतनमान प्राप्त करने की है, जो कि जायज है। क्योंकि प्रदेश के अन्य विभागों के कर्मचारियों को प्रदेश सरकार द्वारा सातवां वेतनमान का लाभ दिया जाने लगा है। ऐसे मैं मध्य प्रदेश के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के कर्मचारियों को सातवां वेतनमान ना दिया जाना उनके साथ छलावा है। पन्ना विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार एवं पन्ना जिले के समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी ने पन्ना जिले के सभी विधायकों एवं क्षेत्रीय सांसद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तथा मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि मध्य प्रदेश के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के जो कर्मचारी 9 दिन से अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल पर बैठे हुए हैं उनकी हड़ताल को शीघ्र समाप्त कराया जाए* और उनकी जायज सातवां वेतनमान की मांग को शीघ्र पूरा किया जाए।