Raksha Bandhan 2020 : रक्षाबंधन पर बन रहा सम सप्तक योग, ये हैं रक्षा सूत्र बांधने के मुहूर्त

Raksha Bandhan 2020 : यदि पूर्णिमा के दौरान अपरा- काल में भद्रा हो तो रक्षाबंधन नहीं मनाना चाहिए। इसके बाद दिन भर शुभ मुहूर्त में बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधे तो यह भाई-बहन के लिए विशेष शुभ होगा।

Raksha Bandhan 2020 : भूमिका भास्कर प्रतिनिधि ,भोपाल 1991 के बाद इस साल रक्षाबंधन पर विशेष संयोग बन रहा है। पूर्णिमा तिथि पर सूर्य, शनि के सप्तक योग, प्रीति योग, आयुष्मान योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, सोमवती पूर्णिमा, मकर राशि का चंद्रमा, श्रवण नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, आखिरी सोमवार के दिन रक्षाबंधन होने से यह कृषि क्षेत्र के लिए विशेष फलदायी माना जा रहा है।

सुबह 9.28 बजे तक भद्रा

महामाया मंदिर के पुजारी पं. मनोज शुक्ला के अनुसार रक्षाबंधन पर भद्रा समय का त्याग करना चाहिए। इस बार 2 अगस्त को रात्रि में भद्रा शुरू होगी जो 3 अगस्त को सोमवार के दिन पूर्णिमा तिथि पर सुबह 9.28 बजे भद्रा रहेगी। इस काल में रक्षाबंधन का पर्व मनाना शुभ नहीं माना गया है। यदि पूर्णिमा के दौरान अपरा- काल में भद्रा हो तो रक्षाबंधन नहीं मनाना चाहिए। इसके बाद दिन भर शुभ मुहूर्त में बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधे तो यह भाई-बहन के लिए विशेष शुभ होगा।

रक्षा सूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त

– सुबह 9.28 से 10.30 बजे तक शुभ

– दोपहर 1.30 से 3 बजे तक चर

– दोपहर 3 से 4.30 बजे तक लाभ

– शाम 4.30 से 6 बजे तक अमृत

– शाम 6 से 7.30 बजे चर ।

8 साल में रक्षाबंधन के दिन भद्रा

– 2019 में रक्षाबंधन को भद्रा नहीं था।

– 2018 में नहीं था।

2017 में सुबह 11.04 तक भद्रा था।

ब्राह्मण करेंगे श्रावणी उपाकर्म

श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 03 अगस्त को श्रावणी उपाकर्म किया जाएगा। पूजा-पाठ, वेद शास्त्रों का पठन-पाठन करने वाले ब्राह्मण नदी में स्नान-ध्यान करके जनेऊ बदलेंगे और हवन-यज्ञ करेंगे।

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