अब पन्ना में घर घर में बनेगा आंवला उत्पाद आंवला मुरब्बा, आचार, चटनी च्यवनप्राण बनाने का दिया गया प्रशिक्षण

सचिन मिश्रा पन्ना /पन्ना जिले को आंवला जिला बनाना है, इसी संदर्भ में इन्दौर फल एवं सब्जी परिरक्षण केन्द्र के प्रषिक्षक श्री ललित भटनागर ने आज इन्द्रपुरी काॅलोनी स्थित सहायक संचालक उद्यान कार्यालय में दो दिवसीय 13 एवं 14 फरवरी 2021 को च्यवनप्राष बनाने का प्रायोगिक प्रषिक्षण दे रहे है। इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ कन्या पूजन कर किया गया। कन्याओं की आरती की गई एवं उनसे कार्यक्रम की सफलता के लिये आर्षीवाद लिया गया। इस प्रषिक्षण में पन्ना जिले की लगभग सैकडों महिलाओं ने भाग लिया। श्री भटनागर ने बताया कि देष में सब्जियाॅ एवं फलों की अधिकांष मात्रा नस्ट हो जाती है। फल एवं सब्जियों के समुचित उपयोग हेतु प्रसंस्करण ही एक मात्र विकल्प है, जिससे हमारी हानि को रोका जा सके। आप परिरक्षण मंे प्रषिक्षार्थियों को इन्दौर से आये विषय विषेषज्ञों द्वारा आंवला निर्मित च्यवनप्राष का सैद्वांतिक एवं व्यवहारिक प्रषिक्षण दिया गया। आंवला च्यवनप्राष में हमारी वन्य धरोहर सभी अनेक जडी बूटियो का उपयोग किया गया, जो शरीर को काफी विमारियो से हटाकर पोष्टिक ताकतवर बनाती है, इसके प्रायोग से खांसी अन्य रोग तथा शरीर की आंतरिक कमजोरियो को दूर करती है। निम्न प्रमुख जडी बूटियों का उपयोग किया जाता है जैसे छोटी पपील, बडी पपील, बंसलोचन, नागकेषर, नागरमौथा, अस्टमूल, दसमूल मुन्का।
सहायक संचालक उद्यान श्री महेन्द्र मोहन भट्ट ने बताया कि बहिनों द्वारा घर में आंवला मुरब्बा, च्यवनप्राष, सुपाडी, कैन्डी, मिक्स फू्रड जैम, टमाटर साॅस, टमाटर केचअप आदि का ग्रह उद्योग एवं कुटीर उद्योग खडा कर एक बेरोजगार युवक युवतियों को रोजगार के साथ साथ आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाया जावें। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस में मान.कलेक्टर पन्ना द्वारा आंवला के बारे में किसान भाईयो को मार्गदर्षन दिया जायेगा। इस कार्यक्रम में जिले के समस्त अमला उपस्थित रहा।
