सिंगरौली जिला ट्रामा सेंटर में सिंगरौली की बेटी की प्रसव के बाद मौत, ट्रामा सेंटर मे हुआ हंगामा।
भूमिका भास्कर सिंगरौली
ब्यूरो रिपोर्ट -दीपचंद्र साकेत
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मध्य प्रदेश सिंगरौली। जिले के जिला अस्पताल सह ट्रामा सेंटर में प्रसव के बाद एक महिला की मौत हो गई मृतक के परिजनों ने जिला अस्पताल में उपस्थित नर्सों पर मरीज से मारपीट का आरोप लगाते हुए लापरवाही से मौत होना बताया है। रात तकरीबन 10:00 बजे के बाद से परिजन मृतक महिला का शव लेकर ट्रामा सेंटर के सामने बैठ गए। लगातार वे प्रशासन से नर्सों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने तथा राहत राशि के रूप में 20 लाख रुपए की मांग करते रहे। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम ऋषि पवार ने परिजनों को समझाने की कोशिश की तथा 14 घंटे चले मान मुनव्वल के बाद मामला शांत हो सका है।
मिली जानकारी में बताया गया है कि कचनी निवासी विनोद विश्वकर्मा ने अपनी 26 वर्षीय पुत्री विंदू विश्वकर्मा को प्रसव के लिए जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था। जहां रविवार की शाम 5:00 बजे बिंदु विश्वकर्मा ने एक पुत्र को जन्म दिया और जन्म देने के बाद तकरीबन 9:00 बजे बिंदु विश्वकर्मा की चीखने की आवाज बाहर आने लगी। बिंदु विश्वकर्मा की सास गुड़िया ने जब अंदर जाकर देखा तो पाया कि नर्स महिला के प्राइवेट पार्ट पर इंस्ट्रूमेंट लगा रही थी जिसके बाद गुड़िया ने उसका हाथ पकड़ लिया ड्यूटी में तैनात चार की संख्या में नर्स गुड़िया के साथ मारपीट करने लगी, और रात 10 बजे बिंदु विश्वकर्मा की मौत हो गई, मृतका के परिजन नर्सों पर मारपीट का आरोप लगाने लगे।
विनोद विश्वकर्मा बताते हैं कि जैसे ही उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई । ड्यूटी में तैनात नर्स उनसे मिठाई के लिए पैसा मांगने आई थी जिस पर उन्होंने ड्यूटी में तैनात चार नर्सों को पांच 500 के हिसाब से 2000 रुपये भी दिए थे। पैसे लेने के तुरंत बाद बिंदु के चीखने की आवाज बाहर आने लगी।
ट्रामा सेंटर के सामने प्रदर्शन कर रही आप पार्टी के नेता रानी अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर सिंगरौली आए दिन मौत हो जाती है। हर मौत पर डॉक्टरों की लापरवाही सामने आती है। इसके बावजूद प्रशासन की व्यवस्था सुधारने के बजाय प्रदर्शनकारियों को सुधारने में जुटा रहता है ।अब तो ट्रामा सेंटर धीरेधीरे मौत का अस्पताल बनता जा रहा है।
बिंदु विश्वकर्मा की मौत हो जाने के बाद प्रदर्शनकारी ट्रामा सेंटर के सामने 14 घंटे तक प्रदर्शन करते रहे। 14 घंटे बाद मामला शांत हो सका।
नर्स पर मारपीट करने का आरोप परिजन बता रहे थे। परिजनों से आवेदन पत्र ले लिया गया है। रोस्टर देखने के बाद यह पता लगाया जाएगा कि किन नर्सों की ड्यूटी थी ।मामले की जांच की जा रही है।
देवेश पाठक सीएसपी बैढ़न
मृतिका के परिजन लगातार 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की मांग कर रहे थे जो कि दे पाना संभव नहीं था हालांकि उन्हें बार-बार समझाइश दी थी। उनसे आवेदन पत्र लेकर प्रयास किया जा रहा है कि उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दिलाई जा सके ।