स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों हेतु आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ।
जिला प्रशासन सागर एवं यूनिसेफ मध्यप्रदेश के समन्वय से प्रशिक्षण हो रहा आयोजित।
आशीष जैन सागर – श्री रविन्द्र सिंह कार्यपालन संचालक आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल,गृह विभाग म.प्र.शासन एवं सचिव गृह मंत्रालय म.प्र.शासन के निर्देशन में एवं जिला प्रशासन सागर एवं यूनिसेफ मध्यप्रदेश के समन्वय से आज दिनांक 19 दिसम्बर, 2023 जिला पंचायत सभाकक्ष में स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों हेतु आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया ।कार्यशाला में पधारे श्री दीपक आर्य,कलेक्टर सागर ने कहा कि आपदाओं के दौरान स्वयं सेवी संस्थाए जिला प्रशासन के साथ मिलकर समुदाय को आपदा की स्थिति में मदद पहुचाने का कार्य करती है । सागर जिले में सड़क दुर्घटना में होने वाली मृत्यु यातायात के नियमों का पालन ना करना एक प्रमुख कारण है । स्वयं सेवी संस्थाए ग्राम स्तर पर काम करती है और समुदाय के साथ सीधा संपर्क रहता है इसलिए आप सभी कार्यशाला के उपरांत समाज को जागरूक करने का प्रयास करे ।
कार्यशाला में पधारे डॉ. जॉर्ज व्ही.जोसेफ संयुक्त संचालक, आपदा प्रबंध संस्थान,गृह विभाग भोपाल ने अपने उदबोधन में बताया कि आपदा हमारे जीवन में आती रहती है, जिससे निपटने के लिए स्वयं सेवी संस्थाए प्रभावी भूमिका निभा सकती है । उन्होंने आपदा प्रबंधनअधिनियम-2005,आपदा प्रबंधन नीति, प्रावधान के साथ साथ आपदा के पश्चात प्रभावितों पर पढनें वाले मनोसामाजिक प्रभाव आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी । कार्यशाला में पधारे श्री सचिन मसीह, परियोजना अधिकारी शहरी विकास ने बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से हमारी आपदा प्रबंधन को लेकर समझ विकसित होती है और आपदा के दौरान एवं उसके पश्चात के कार्यों में मदद मिलती है । जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन(नौसेना) डॉ यूपीएस भदोरिया(से.नि.) ने कहा सभी लोगों को आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग लेनी चाहिए जिससे भविष्य में आने वाली संभावित आपदाओं से बच सकें। कार्यक्रम में श्री संतोष शर्मा जिला होमगार्ड कमान्डेंट ने प्रतिभागियों को बाढ़, भूकंप. आग जैसी आपदाओं के दौरान किये जाने वाले खोज एवं बचाव के बारे में अपने अनुभव साझा किये । कार्यक्रम में श्री अभिषेक मिश्रा,तकनीकी विशेषज्ञ आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल,गृह विभाग म.प्र.शासन ने भूकंप आपदा के बारे में बताया कि भूकंप को आने से नहीं रोका जा सकता परन्तु भूकंपरोधी भवन निर्माण बनाने,अपने पुराने भवनों में रेट्रोफिटिंग कर एवं बड़ी इमारतों में भवनों के अंदर सुरक्षित स्थानों के बारे में जानकारी प्रदान की साथ ही साथ सर्प-दंश से होने वाली मृत्यु को कम करने हेतु उठाये जाने वाले क़दमों के बारे में विस्तार से बताया । श्री के.के.मिश्रा,जिला समन्वयक म.प्र.जन अभियान परिषद् ने अपने उदबोधन में कहा कि आपदाये कभी कह कर नहीं और आपदा आने के दौरान और बाद में अफरा तफरी,भगदड़ और भय की स्थिति निर्मित हो जाती है । यदि जिले में होने वाली संभावित आपदाओं के प्रभाव को कम करना है तो आपदा आने के पूर्व अभी से समुदाय को तैयार किया जाये तो आपदाओं के प्रभाव से होने वाली छती को कम किया जा सकता है । कार्यशाला के पश्चात समय समय पर जिले में कार्यरत स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से ग्राम स्तर तक लोगों को जागरूक करने का प्रयास करेंगे ताकि आपदा के प्रभाव को कम किया जा सके । इस कार्यशाला में जिले में कार्यरत लगभग 75 स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी सहभागिता की ।