निगमीकरण के विरोध में आयुध निर्माणी कर्मचारियों ने पुतला जला कर किया प्रदर्शन,।

राहुल उपाध्याय की रिपोर्ट
कटनी । केंद्र सरकार द्वारा भारत के 41 आयुध निर्माताओं के
निगमीकरण किए जाने के खिलाफ भारत की सभी आयुध निर्माणोंयो के मान्यता प्राप्त तीनों महासंघ के आह्वान पर निगमीकरण का पुतला दहन शनिवार को किया गया।
आयुध निर्माणी कटनी में भी तीनों महासंघ के आह्वान पर निर्माणी की सभी यूनियनो द्वारा आयुध निर्माणी गेट के सामने पुतला दहन किया गया। इस प्रदर्शन में आयुध निर्माणी के सभी कर्मचारी उपस्थित रहें।
- होगा बड़ा आंदोलन
रक्षा संस्थान आयुध निर्माणी कटनी के मे भी विरोध में निर्माणी में कार्यरत यूनियन, कार्यसमिति ने स्थानीय स्तर पर व फेडरेशन के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़े आंदोलन की तैयारी की जा रही है। सरकार से विभिन्न मांगों जिसमें महत्वपूर्ण रूप से
निगमीकरण का प्रस्ताव वापस लिए जाने,
एफडीआई का आदेश रद्द करने,
एनपीएस को समाप्त किया जाए,
खाली पड़े पदों पर सीधी भर्ती की जाए आदि मांगों को लेकर अभी सांकेतिक विरोध प्रदर्शन के रूप में पुतला दहन किया गया है शीघ्र राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन की चेतावनी भी सरकार को दे दी है। इस संबंध में आयुध निर्माणी कटनी के प्रतिनिधियों का कहना है कि देश में बेरोजगारी चरम पर है केंद्र हो या राज्य सरकार दोनों के विभागों में कर्मचारियों की संख्या में काफी कमी है सरकार नौकरियों के वादे, दावे तो बहुत करती है पर सारे दावे खोखले साबित होते हैं ऐसे समय जब कॅरोना जैसी महामारी ने भारत ही नहीं पूरे विश्व को चिंतित कर दिया है। भारत महामारी के साथ-साथ पड़ोसी देशों द्वारा बॉर्डर पर रोज हो रही झड़प, गोलीबारी, कूटनीतिक लड़ाई में उलझा हुआ है और सरकार द्वारा ऐसे विकराल संकट के समय रक्षा संस्थानों /आयुध निर्माणियों के निगमीकरण का प्रस्ताव लाकर कर्मचारियों के साथ-साथ पूरे देश को चिंता में खड़ा कर दिया है जब आयुध निर्माणियां सैन्य सामान के साथ साथ कोरोना महामारी में उपयोग होने वाली सामग्री जैसे सैनिटाइजर, मास्क,पलंग/ बेड आदि उत्पादन करते हुए देश सेवा में सहयोग कर रही है। और युद्ध की आशंका के चलते सैन्य सामग्रियों की आवश्यकता भी ज्यादा है कारगिल के समय प्राइवेट कंपनियां समय पर सामग्रियां नहीं दे पाई थी तब आयुध निर्माणी के भरोसे ही युद्ध जीता जा सका था । निगमीकरण किया जाना सिर्फ कर्मचारी नहीं बल्कि देश के साथ अन्याय होगा। ऐसे में कटनी जिले का एकमात्र रक्षा संस्थान आयुध निर्माणी कटनी का भी अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है।
