केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने स्वसहायता समूह को 1.26 करोड़ का ऋण वितरण किया।

मनोज जैन बड़ा मलहरा की रिपोर्ट
आजीविका मिशन 7 हजार 215 समूह गठन
81 हजार 915 महिलाएं जुड़ी
आत्मनिर्भरता के लिए महिलाओं के बढ़ते कदम
बड़ामलहरा : केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण एवं जलशक्ति राज्य मंत्री मा. श्री प्रह्लाद पटेल जी ने गुरुवार 19 अगस्त को बड़ामलहरा के मंगल भवन में स्वसहायता समूह की महिलाओं को 1.26 करोड़ का ऋण वितरण किया। इस अवसर पर विधायक एवं खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री प्रद्युम्न सिंह लोधी, कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा, सीईओ जिला पंचायत श्री ए.बी. सिंह, एनआरएलएम के जिला परियोजना प्रबंधक श्री व्यास सहित जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य लोगों सहित बड़ी संख्या में समूह की महिलाएं भी उपस्थित रहीं। जिसमें रामसखी, संगीता कुशवाहा और सुनीता अहिरवार से केन्द्रीय मंत्री ने संवाद स्थापित करते हुए अजीविका मिशन की गतिविधियों के संबंध में संवाद किया। मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर डिजीटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए दीपक लोधी, उमा प्रजापति दुर्गा बाई आदि हितग्राहियों को डिजीटल ट्रांजेक्शन डिवाइस दिए गए।
केन्द्रीय मंत्री मा. श्री पटेल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए आजीविका मिशन से जुड़ी महिला समूह को साबित करना होगा कि कुछ भी काम कर सकतीं हैं। उन्होंने कहा कि छतरपुर जिले में विलुप्त होने वाला कठिया प्रजाति के गेंहू का ब्राण्ड बनाकर हम इस उत्पाद को देश भर में अपने ब्राण्ड के आधार पर विक्रय कर सकते हैं। खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में ब्राण्ड की अपनी अहैमियत है। समूह की महिलाएं बरी, पापड़ आचार सहित 22 प्रकार के उत्पाद से अजीविका सुदृढ़ कर सकतीं हैं। प्रधानमंत्री द्वारा समूह को 20 लाख रुपए तक का लोन सरकार की गारंटी पर मिल सकेगा।
इससे समूह श्रम और सृजन करते हुए अपने आप को ऊंचाई पर ले जा सकते हैं। फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में 35 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है। किसान, व्यापारी एवं सहकारी समितियों के समग्र उत्थान के लिए प्रयास किए गए हैं। ऐसे मौके से लाभ लेते हुए आगे बढ़ना चाहिए, जो लोग जुड़ते हए श्रम करेंगे उन्हें ही अर्थ के साथ-साथ सम्मान भी मिलेगा। इसी प्रयास से हम आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को पा सकेंगे। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि ब्राण्ड के अभाव और उत्पाद का समूचित मूल्य नहीं मिलने से किसानों को होने वाले नुकसान से राष्ट्र का नुकसान भी होता है। उन्होंने कहा कि अच्छी चीज एवं वस्तु का उत्पाद करने केे बावजूद यदि अच्छा ब्राण्ड नहीं हैं और विक्री नहीं हो रही है तो इस स्थिति में समूह के साथ-साथ देश को भी अर्थ नुकसान होता है। ब्राण्ड नहीं होने से सही कीमत भी नहीं मिलती है।
उन्होंने कहा कि बीते सात वर्ष में कल्पना की गई थी कि मेरा देश कैसा होगा, देश के लोगों के पास कैसी बुनियादी सुविधा होगी के विचार को सार्थक रूप दिया गया है। आज गरीब एवं कमजोर तबकों के पास पीएम आवास के पक्के मकान हैं 2024 तक घरों में नल-जल योजना से घर-घर जल पहुंचाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि आगामी 25 वर्षों में हमारा जीवन रहन सहन और देश का स्वरूप क्या होगा। यह कल्पना विचार करना सभी के लिए तब सार्थक होगा जब हम इस विचार को सार्थक रूप देंगे। सरकार किसानों की तरक्की के लिए संकल्पबद्ध है। क्षेत्रीय विधायक ने बड़ामलहरा में संचालित स्व सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद की सराहना की उन्होंने आशा जताई की वितरित की गई ऋण राशि से समूह के सदस्य गुणवत्तायुक्त उत्पाद के साथ साथ आर्थिक उपार्जन में भी समर्थ बन सकेंगे।
छतरपुर जिले में आजीविका मिशन में 7 हजार 215 समूह का गठन किया जाकर 81 हजार 915 महिलाओं को जोड़ते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाया गया है। महिलाओं द्वारा संचालित समूहों को तीन श्रेणियों में क्रमशः स्व सहायता समूह, ग्राम संगठन एवं संकूल स्तरीय संगठन के रूप में गठित किया गया है। केन्द्रीय मंत्री द्वारा बड़ामलहरा एवं बक्स्वाहा विकासखण्ड के 78 समूह की महिलाओं को चक्रीय राशि, रिवाल्विंग फण्ड के रुप में 8.62 लाख, 25 स्व सहायता समूह की महिलाओं को सामूदायिक निवेश के लिए 22.20 लाख तथा बैंक लिंकेज के लिए 50 समूह को 95.60 लाख सहित कुल 1 करोड़ 26 लाख 42 हजार की राशि वितरित की गई। जिससे समूह की महिलाएं अगरबत्ती, डिब्बा एवं साबुन निर्माण, वॉशिंग पाउण्डर एवं बनियान एवं फिनाइल तथा सेनेटरी नेपकिन का निर्माण कर आजीविका सुदृढ़ करेंगी।
