SAGAR: केसली में आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण मटका नाम से कार्यक्रम संचालित।

बृजेश रजक केसली। सामाजिक सरोकार को बनाए रखने, कुपोषित बच्चों के परिवारों को पोषण विविधता एवं कुपोषण से मुक्त करने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण मटका नाम से कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण मटका लेकर किशोरियों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका घर-घर जाकर परिवारों से खाद्य सामग्री जैसे चावल,चना, बाजरा, मक्का, फल एवं सब्जी आदि प्राप्त करती हैं।पोषण मटके में प्राप्त सामग्री का उपयोग कुपोषित बच्चों के परिवारों को सामुदायिक बाल भोज कराने के काम आती है इस योजना का उद्देश्य लोगों में पोषण विविधता की जागरूकता के साथ विभिन्न पोषक तत्वों की उपलब्धता व उपयोग को बढ़ाना है ताकि समग्र रूप से लोगों में इसके प्रति जागरूकता उत्पन्न हो एवं कुपोषित बच्चों को इसका सीधा लाभ मिल सके।इसके अलावा कुपोषित बच्चों के परिवारों को मनरेगा,श्रम कार्ड, लाड़ली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, संबल योजना, संपूर्ण टीकाकरण, बीपीएल राशन कार्ड की उपलब्धता के साथ विभिन्न शासकीय योजनाओं से जोड़कर इसका लाभ दिलाने सहयोग किया जा रहा है। परियोजना अधिकारी विजय कुमार जैन ने बताया कि पोषण मटके का क्रियान्वयन शासन मंशा के अनुरूप किया जा रहा है। इसके माध्यम से जन समुदाय में सामाजिक चेतना एवं सरोकार लाना है ताकि कमजोर व कुपोषित बच्चों को समाज के अन्य तबकों द्वारा इन्हें गांव स्तर पर लाभ दिया जाए । यह तभी संभव है जब ग्राम वासियों को इसके प्रति जागरूक एवं सचेत किया जाए, इस हेतु माह सितंबर से निरंतर विभिन्न खाद्य सामग्रियों का प्रदर्शन सह उपयोग हेतु प्रचार प्रसार आंगनबाड़ियों में किया जा रहा है। वर्तमान में विभिन्न खाद्य सामग्री को पोषण मटके में प्राप्त कर सामग्री का उपयोग कुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हेतु निरंतर बाल भोज द्वारा लाभान्वित किया जा रहा है।
