किस पूर्व विधायक ने प्रदेश सरकार पर कसे तंज ? जाने
मुख्यमंत्री व्यापारियों से माफी मांगे , वित्त मंत्री त्यागपत्र दे
शासन के खिलाफ सत्ता के विधायक विरोध करें , इससे शर्मनाक और क्या…?
क्या फिर से लागू करेंगे शिव “राज” इस काले आदेश को?
रतलाम। शिरीष सकलेचा
शिव “राज” के आदेश के खिलाफ कान्ग्रेस के साथ मिलकर उनकी ही पार्टी के विधायक विरोध करें , मीडिया में बयान जारी करें, इससे शर्मनाक कुशासन नही हो सकता । वित्त मंत्री को इस पर त्यागपत्र दे देना चाहिए और मुख्यमंत्री को व्यापारियों से माफी मांगना चाहिए । यह मांग पूर्व विधायक पारस सकलेचा(दादा) ने की । सकलेचा ने कहा कि शिव “राज” का छोटे और खुदरा व्यापारीयो के प्रति रंगदारी वसूली का ऐसा शर्मनाक आदेश उनकी बदनीयत को आईना है ? क्या शिव “राज” मे आदेश सत्ता के नशे की बेहोशी मे निकाले जाते है ? यदि होश मे आदेश निकाला गया था तो फिर उनकी ही पार्टी के अधिकांश विधायको ने विरोध क्यो किया ? मात्र 36 घंटे मे आदेश को स्थगित क्यो करना पडा ??
सकलेचा ने कहा कि यह घटिया से घटिया कुशासन की सरकार है । जिसे अपने ही आदेश के ‘इन-आउट’ का ज्ञान नहीं है , अध्ययन नहीं है , सोच नही है !! और उसी का परिणाम है कि यह प्रदेश आर्थिक रूप से बंटाधार हो गया है । बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर है । भ्रष्टाचार सुरसा की तरह बढ़ गया है। तथा छोटे व्यापारियों के व्यापार का बुरी तरह मरण हो गया है ।सकलेचा ने कहा कि आदेश का स्थगित करना शिव “राज” की नियत में खोट का प्रतीक है । पूरे प्रदेश में व्यापारियों के सख्त विरोध के बाद भी उस आदेश को निरस्त क्यो नही किया गया ? क्या शिवराज जी कुछ महीने बाद , कुछ दिनों बाद , इस आदेश को फिर से लागू करेंगे ??