वन्य जीवों के 2 तश्करो से 6 मॉनिटर लिजर्ड के चमड़े, पैंगोलिन स्केल और सांभर-चीतल के सींग जब्त, देश भर में फैला इन तश्करो का नेटवर्क।

राहुल उपाध्याय की रिपोर्ट


कटनी। वन्यजीव के अंगों की तस्करी के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। तस्करों का ये गिरोह मध्य प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ तक सक्रिय है। गिरोह के दो सदस्यों के पास से 6 मॉनिटर लिजर्ड के चमड़े, पैंगोलिन के स्किन स्केल(पैंगोलिन के शरीर पर केराटिन के बने शल्क (स्केल) नुमा संरचना होती है जिससे यह अन्य प्राणियों से अपनी रक्षा करता है) और सांभर-चीतल के 24 सींग जब्त किए हैं। वन्यजीवों के अंगों की तस्करी ताकत (सेक्स पावर) बढ़ाने वाले दवाओं के लिए की जा रही थी।
वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (WCCB) ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और वन विभाग के साथ सोमवार बरही में बड़ी कार्रवाई की। टीम ने 3 राज्यों में सक्रिय वन्यजीव तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो तस्करों को बुजबुजा (बरही कटनी) के पास से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उनके पांच और साथियों के नाम सामने आए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दो टीमें यूपी और छत्तीसगढ़ में दबिश के लिए रवाना हो चुकी हैं।

  • टाइगर रिजर्व क्षेत्र में सक्रिय था गिरो
    पूछताछ में टीम के हत्थे चढ़े राम व ध्रुव चौधरी नाम के दोनों तस्करों ने खुलासा किया कि वे बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र और बरही क्षेत्र के जंगल से सांभर, चीतल, मॉनिटर लिजर्ड और पैंगोलिन का शिकार कर सींग, चमड़े व स्केल निकालते थे। फिर यूपी और छत्तीसगढ़ के तस्करों के माध्यम से इसे महंगी कीमत पर बेचते थे। ये सेक्स पावर बढ़ाने की दवाओं में काम आते हैं। दोनों आरोपियों के पास से बोरियाें और थैली से 6 मॉनिटर लिजर्ड के चमड़े, पैंगोलिन स्केल जब्त किए। दोनों ही जीव विलुप्ती की कगार पर हैं और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की प्रथम अनुसूची में आते हैं।

इसके साथ ही आरोपियों के पास से 24 सांभर और चीतल के सींग जब्त किए हैं। दोनों आरोपियों के खिलाफ टीम ने बरही वन परिक्षेत्र में वाइल्ड लाइफ प्रोटक्शन एक्ट की विभिन्न धाराओं और जैव विविधता अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर लिया है। ये पूरी कार्रवाई WCCB के क्षेत्रीय उपनिदेशक अभिजीत रॉय चौधरी, BTR फील्ड डायरेक्टर विंसेट रहीम और वन मंडल कटनी के अधिकारी आरसी विश्वकर्मा व एसडीओ कटनी ओपी सिंह बघेल की माॅनीटरिंग में हुई है l
WCCB के क्षेत्रीय उपनिदेशक अभिजीत रॉय चौधरी ने बताया कि सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवाओं के लिए जीवों की बेवजह जान ली जा रही है। यह पूरी तरह से भ्रांति है, इसका कोई असर नहीं होता है।

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