समाजसेवी संगठनो की सराहनीय पहल, बेटियों की मदद के लिए आगे आ रहे सामाजिक कार्यकर्ता।
सत्येंद्र चौहान की रिपोर्ट
शहडोल– कोरोना महामारी के दौरान मां बाप का साया उठ जाने के बाद शहडोल जिले के समाजसेवी बिन मां बाप की बेटियों की मदद करने के लिए आगे आए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर 14 /19 घरौला मोहल्ला में रहने वाली यह दो बहने है बड़ी बहन का नाम एकता वर्मन जिसकी उम्र 22 वर्ष है तथा छोटी बहन का नाम आस्था वर्मन है जिसकी उम्र 16 वर्ष है इन दोनों बेटियों के बीच से 12 वर्ष पहले ही मां का साया छूट गया । एकमात्र पिता का साया था जो कि मजदूरी करके अपने जीविकोपार्जन करते थे और अपने बेटियों का लालन-पालन करते थे इस महामारी के समय वह भी साथ छोड़ कर चले गए । इस दुखद घटना की जानकारी सामाजिक सेविका कल्याणी वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष को जब यह जानकारी मिली तब उन्होंने रेड क्रॉस सोसाइटी की तरफ से 10000 का चेक बड़ी बहन एकता को दिलाया तथा छोटी बहन को जिसका नाम आस्था बर्मन है उसको महिला बाल विभाग की फास्टर केयर योजना का लाभ कल्याणी बाजपेई अध्यक्ष एवं पीएलबी द्वारा दिलाया गया इस सामाजिक सरोकार के लिए जितना भी कहा जाए कम है दोनों बेटियां जब यह सहायता प्राप्त हुई दोनों बेटियों ने कल्याणी बाजपेई जी के गले में लिपट सिसक सिसक कर रोने लगी । शायद उनको अपनों का सहारा मिल गया हो ऐसे नारी शक्ति को शत-शत नमन करता हूं अध्यक्ष महोदय द्वारा यह कहा गया बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ समाज को आवाहन किया।
जिला ब्यूरो चीफ सत्येंद्र सिंह चौहान की रिपोर्ट