गुणवत्ता जांच हेतु विभिन्न खाद्य पदार्थों के लिए गए नमूने।
रवि चक्रवती केवलारी
नित्य प्रतिदिन गुणवत्ताहिन निर्माण सड़क से गुजरते हैं परिषद के अध्यक्ष !
गुणवत्ताहीन सड़क बनाने का ठेकेदार पर आरोप निर्माण के एक वर्ष में ही उखड़ने लगी 900 मीटर कंक्रीट सड़क⇓
केवलारी (भूमिका भास्कर) सिवनी जिले के केवलारी नगर परिषद में लाखों रुपए खर्च कर नगर वासियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। लेकिन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। आपको बता दें कि लगभग एक वर्ष पूर्व ही 76.87 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति लेकर केवलारी के रेलवे ब्रिज से वैनगंगा नदी मलारा घाट तक बनाई गई लगभग 900 मीटर कंक्रीट सड़क बनते ही उखड़ गई है, उक्त सड़क जगह-जगह पर गड्ढों में तब्दील हो गई । उक्त मार्ग से नित्य प्रतिदिन नगर परिषद केवलारी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एवं उनके पति का आवागमन होता है । किंतु संबंधित अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि अपनी कुंभकरणी नींद में सोए हुए नजर आ रहे हैं, नहीं संबंधित ठेकेदार पर किसी प्रकार की कार्रवाई सार्वजनिक की गई है और ना ही उसके भुगतान पर रोक की कोई खबर है । जिससे प्रतीत होता है कि नगर परिषद केवलारी में भ्रष्टाचारियों ने अपना अड्डा स्थापित कर लिया है ।
♦घटिया निर्माण के लगाए आरोप
सड़क निर्माण पर क्षेत्र वासियों का कहना है कि, ठेकेदार की ओर से घटिया निर्माण कार्य कराया गया है। कंक्रीट सड़क में सही मात्रा में सीमेंट एवं अन्य मटेरियल का उपयोग नहीं होने के कारण सड़क का ऊपरी हिस्सा उखड़ गया है। लाखों रुपए खर्च कर बनाई गई सड़क में नुकीली गिट्टी उभर आई है। जिससे निर्माण के दौरान लापरवाही बरती गई है। जिसके कारण यह स्थिति बनी है
♦लोगों में नाराजगी
जानकारी के अनुसार केवलारी से मलारा वैनगंगा घाटकी ओर जाने वाली सड़क कई सालों से खस्ताहाल थी। नवगठित नगर परिषद की ओर से इस मार्ग पर 900 मीटर लंबी कंक्रीट सड़क निर्माण कार्य कराने का ठेका नगर परिषद ने ठेकेदार एजेंसी जितेंद्र बघेल को दिया है। किन्तु उनके द्वारा गुणवत्ताहिन सड़क का निर्माण किया जिससे सड़क पुनः गड्ढों में तब्दील हो गई एवं आम लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । जिससे लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है ।
♦खस्ताहाल सड़क पर सफर करने को मजबूर राहगीर
क्षेत्रवासियों का कहना है कि, कंक्रीट सड़क बनाने में नगर परिषद ने लाखों रुपए खर्च कर दिए हैं, लेकिन सड़क बनते ही एक वर्ष में उखड़ने लगी । ऐसे में और कुछ साल तो क्या कुछ महीने भी सड़क टिक नहीं पाएगी। क्षेत्रवासियों को फिर से खस्ताहाल सड़क में सफर करने मजबूर होना पड़ेगा।
इस संबंध में संबंधित अधिकारियों ने कहा कि सड़क का निर्माण गुणवत्तायुक्त कराया गया है। कंक्रीट सड़क निर्माण के दौरान भारी-भरकम वाहनों की आवाजाही के चलते एक-दो स्थानों पर कंक्रीट सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी। ठेकेदार एजेंसी को एक साल तक सड़क का रखरखाव करना है। यदि कहीं समस्या आती है, तो सुधार कराया जाएगा।
♦अधूरी पड़ी है सड़क
सड़क निर्माण के समय जारी निविदा में उल्लेख किया गया था कि, यह सड़क रेलवे ब्रिज से केवलारी से मलारा की ओर वैनगंगा नदी के पुल तक कंक्रीट सड़क का निर्माण होना है , किंतु ठेकेदार द्वारा सड़क का निर्माण रेलवे ब्रिज तक ना कर, बल्कि लगभग 300 मीटर पीछे ही रोक दिया गया है । उक्त लगभग 300 मीटर सड़क पर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं किया गया, जिससे हल्की बारिश में ही उक्त सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है, धूप निकलते ही वहां से बेहद धूल एवं डस्ट लोगों के घरों में पहुंचती है ,अब आम जनता के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर यह सड़क अधूरी क्यों छोड़ी गई है और इसे कब, कौन और कैसे पूरा करेगा ।