भूमिका भास्कर न्यूज नेटवर्क – चाणक्य ( Chanakya)अपने अपनी राजनीति के लिए तो जाने ही जाते हैं। वहीं वे अपने ज्ञान के लिए भी देश भर में सर्वाधिक सम्मानित बुद्धिजीवी के रूप में भी जाना जाता है। उनके पास ज्ञान की कोई कमी नहीं थी। वहीं उन्होंने अपनी नीतियों में ऐसे लोगों के बारे में बताया है, जो आपके सबसे बड़े दुश्मन साबित हो सकते हैं
ऋणकर्ता पिता शत्रुर्माता च व्यभिचारिणी। भार्या रूपवती शत्रु: पुत्र: शत्रुरपण्डित:।।
चाणक्य ( Chanakya) के इस श्लोक के हिसाब से जो पिता कर्ज लेता है। वो पिता किसी दुश्मन से कम नहीं होता है। इसके साथ ही चाणक्य ने जिक्र किया कि एक पिता का फर्ज होता है कि वो अपने बच्चे का पालन पोषण बेहतर तरीके से करे। वहीं अगर पिता दूसरों से कर्ज लेकर अपने सिर पर बोझ ले रहा है। आगे चलकर इसका भुगतान बच्चों को करना पड़ सकता है। यह बच्चों के लिए काफी कष्टदायी भी हो सकता है। पिता लिया हुआ कर्ज नहीं उतार पाता है, तो इसका इसका बोझ बच्चों के सिर पर आ जाता है। ऐसे में पिता एक दुश्मन के बराबर ही होता है।
बच्चों को एक समान न मानने वाली मां।
जो मां अपने बच्चों में फर्क करती है। जो मां अपने सभी बच्चों को एक समान नहीं देखती है। ऐसी मां बच्चों की परवरिश भी सही ढंग से नहीं करती है। भेदभाव करने वाली मां अपने बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती हैं।
वहीं अगर किसी महिला का किसी दूसरे पुरुष के साथ अफेयर (Extramarital Affairs)है, तो ऐसी मां परिवार के साथ बच्चों के लिए भी घातक होती हैं। पत्नी का बहुत ज्यादा सुंदर होना पत्नी का बहुत ज्यादा सुंदर होना भी पति के मुश्किल खड़ी कर सकता है। खासतौर पर उस समय जब पति कमजोर हो और उसे अपनी रक्षा के लिए किसी दूसरे के सहारे की जरूरत होती है। वहीं चाणक्य के मुताबिक कमजोर पति के लिए खूबसूरत पत्नी( Beautiful Wife)किसी दुश्मन से कम नहीं।
बेवकूफ औलाद होना
चाणक्य के मुताबिक बेवकूफ औलाद दुश्मन के बराबर ही है। ऐसी औलाद अपने माता पिता को जिंदगी भर दुख दे सकती है। वहीं अगर माता पिता अपनी संतान को अच्छी ऐजूकेशन न दें, को वो आगे जाकर उनके लिए दुश्मन के बराबर ही साबित होते हैं।