विवाद सुलझाने गई पुलिस टीम पर हमला

भूमिका भास्कर
संवाददाता
अमन सिद्दीकी डिंडोरी
डिंडौरी। कोतवाली थाना अंतर्गत सुबखार में दो परिवारो के आपसी विवाद सुलझाने गई पुलिस टीम पर हमला कर मारपीट करते हुए वर्दी फाड़ कर घायल करने का मामला सामने आया हैं, आपसी विवाद की सूचना फरियादी द्वारा कोतवाली पुलिस को दी गई थी,विवाद का निपटारा करने पहूॅची उपद्रवियो की हमले की षिकार हो गई जानकारी के अनुसार आरोपी अलबीना के मकान पर तोडफोड़ कर रहे थे,वाहन स्कूटी में भी तोडफोड कर रहे थे। इस दौरान कोतवाली में पदस्थ उप निरीक्षक मनोज त्रिपाठी,उनि. अमरसिह मरकाम ,पारस यादव ,स्वाती शर्मा , सउनि. राकेश यादव , प्र .आर. 141 कृष्ण कुमार श्रीवास ,81 हरनाम सिंह , आर. 338 विकास सूर्या ,342 प्रमोद पटेरिया ,260 संदीप प्रकाश साहू ,म.आर. 416 भगवती रावत के द्वारा सुबखार में झगडे विवाद की सूचना पर मौके पर पहूॅचे थे, भीड़ अलबीना के मकान पर तोडफोड कर रहे थे साथ ही वाहन स्कूटी में भी तोडफोड कर रहे थे जिन्हें पुलिसकर्मियों के द्वारा समझाईस दी गई एवं महौल शांत करने का प्रयास किया गया। भीड़ ने अलबीना के घर से निजामुद्दीन को थाने ले जाने की जिद करने लगे,महौल शांत होता देख निजामुद्दीन को पुलिस बल द्वारा थाने ले जाने के लिये मोटर सायकल में बैठाये थे उसी समय भीड में से शकील अहमद , खलील अहमद ,तौकीर अहमद ,अरबाज अहमद ,नजीया अहमद , गुडिया अहमद, हबीब खान , रिंकू मुसलमान , जावेद , जाहिद , पिंकू , मोहम्मदयार खान , शाहरूक खान तथा अन्य एकदम से पाईप और डडे लाठी ,ईट पत्थर लेकर दौडे और निजामुददीन तथा पुलिस बल के साथ उलझ गये तथा शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुये निजामुददीन के साथ तथा पुलिस बल के साथ हाथापाई ,मारपीट की गई, इस दौरान निजामुददीन के सिर एवं शरीर के अन्य भागों में तथा अलबीना के सिर , नाक , बाई आंख तथा शरीर में हाथ में रखे वस्तुओ पाईप एवं हाथ घूसों से बुरी तरह मारने लगे तथा पुलिस बल उन्हे रोकने का प्रयास किया तो पुलिस के साथ भी झूमाझपटी कर मारपीट की गई जिससे सउनि .राकेश यादव के दाहिने हाथ , कलाई में चोट लगी खून बहने लगा ,प्र. आर. 141 को दाहिने हाथ में , कमर में पुटटे में चोट लगी है, अन्य स्टाफ की वर्दियां फाडा गया है। इसके साथ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुये पुलिस दल पर हमला कर भारी बलवा किये,वायरलेस सेट के माध्यम से कंट्रोल रूम डिंडौरी को सूचना पर फोर्स आने के बाद बमुश्किल शांति व्यवस्था कायम की गई। उपनिरीक्षक मनोज त्रिपाठी के षिकायत पर आरोपियों के विरूध्द धारा के तहत 146 , 148 , 149 , 323 , 353 ,186 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।